शमशेर की सब नहीं, तो अधिकांश कविताओं को समझने का यह एक मूल्यवान सूत्र है। उनके यहां प्रेम, सौंदर्य के जितने भी रूप या रंग प्रतिभासित होते हैं, वे वस्तुतः प्रतिभास ही हैं। उन्हें अमूर्तन के रूप में लेकर ही शमशेर की कविता को अंशतः समझा जा सकता है। इन अर्थों में, क्या शमशेर ऐंद्रिय अमूर्तन के कवि कहे जायें?...
शमशेर की एक कविता और उसका अंग्रेजी अनुवाद
मुझे- न मिलेंगे- आप
मुझे
न मिलेंगे आप,
आपका/एकाकी क्षण हूं मैं;
आपका
भय और पाप,
आपका एकाकीपन हूं मैं।
आसमान
ढके हुए है
समुद्र का नीला द्रव;
देर से वह
तके हुए है
आपका
और मेरा कर्तव्य।
बरस पड़ेगा वह
सर पर--
उससे बचाव कोई नहीं।
वह अपनी समाधि है ऊपर;
उससे
अपनाव कोई नहीं।
Would you not be with me
Would you not be with me,
I'm your solitary moment;
Your fear
Your sin, and
Your loneliness I am.
Sky is covering
blu property of the sea;
It is staring of late
your's and mine duty.
It will come down
On our heads-
There is no protection of it.
There is our den of trance
up above,
There is no affection of it
like love.
कविता तो अच्छी है ही अनुवाद भी अच्छा है । मेरा कविता का ब्लॉग देखें ।
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